शनिवार, 9 अप्रैल 2011

पैसे का बोल बाला

आज पैसा बन बैठा भगवान ।
पैसा है आज नर और नारी ।
पैसा है आज भयंकर बिमारी ।
चारो और आज पैसा ही देखे इन्सान ।
आज पैसा बन बैठा भगवान ।
पैसे से आज इन्सान खरीदते ईमानदारी ।
और बेचते बेईमानी ये पैसा है बडा बेईमान ।
पैसे की कमी से आज इन्सान बनता है हैवान ।
आज का इन्सान पैसे के तालाब में चाहता है स्नान ।
आज पैसा बन बैठा भगवान ।
पैसा आज सम्मान दिलाता ।
और सम्मानित इन्सान को बेईमान दिखाता ।
पैसा आज भाईचारा भुलाता ।
और भाईयों को आपस में लडवाता ।
आज पैसा बन बैठा भगवान ।
हे मानव छोड दे इस पैसे की हैवानियत ।
यह नहीं दिखाता सही रास्ता ।
ये पैसा भुलवा देता इन्सान से इन्सानियत का नाता ।
- पुष्पेन्द्र कुमार मेरठ

1 टिप्पणी:

  1. आज पैसा बन बैठा भगवान ।
    हे मानव छोड दे इस पैसे की हैवानियत ।
    यह नहीं दिखाता सही रास्ता ।
    ये पैसा भुलवा देता इन्सान से इन्सानियत का नाता
    paisa hi paisa bolta hai aaj kal -bahut sateek rachna .badhai

    जवाब देंहटाएं

मित्रोँ आप यहाँ पर आये है तो कुछ न कुछ कह कर जाए । आवश्यक नहीं कि आप हमारा समर्थन ही करे , हमारी कमियों को बताये , अपनी शिकायत दर्ज कराएँ । टिप्पणी मेँ कुछ भी हो सकता हैँ , बस गाली को छोडकर । आप अपने स्वतंत्र निश्पक्ष विचार टिप्पणी में देने के लिए सादर आमन्त्रित है ।