आज पैसा बन बैठा भगवान ।
पैसा है आज नर और नारी ।
पैसा है आज भयंकर बिमारी ।
चारो और आज पैसा ही देखे इन्सान ।
आज पैसा बन बैठा भगवान ।
पैसे से आज इन्सान खरीदते ईमानदारी ।
और बेचते बेईमानी ये पैसा है बडा बेईमान ।
पैसे की कमी से आज इन्सान बनता है हैवान ।
आज का इन्सान पैसे के तालाब में चाहता है स्नान ।
आज पैसा बन बैठा भगवान ।
पैसा आज सम्मान दिलाता ।
और सम्मानित इन्सान को बेईमान दिखाता ।
पैसा आज भाईचारा भुलाता ।
और भाईयों को आपस में लडवाता ।
आज पैसा बन बैठा भगवान ।
हे मानव छोड दे इस पैसे की हैवानियत ।
यह नहीं दिखाता सही रास्ता ।
ये पैसा भुलवा देता इन्सान से इन्सानियत का नाता ।
- पुष्पेन्द्र कुमार मेरठ
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शनिवार, 9 अप्रैल 2011
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आज पैसा बन बैठा भगवान ।
जवाब देंहटाएंहे मानव छोड दे इस पैसे की हैवानियत ।
यह नहीं दिखाता सही रास्ता ।
ये पैसा भुलवा देता इन्सान से इन्सानियत का नाता
paisa hi paisa bolta hai aaj kal -bahut sateek rachna .badhai